Wednesday 24 February 2016

आयरन की एक उच्‍च खुराक से 10 मिनट में डीएनए हो सकता है क्षतिग्रस्‍त


शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया की शिकायत होने की संभावना रहती है। इसकी कमी से शरीर में थकान और सुस्ती का अनुभव रहता है  लेकिन जरूरत से ज्यादा आयरन का सेवन भी रक्त के डीएनए को नुकसान पंहुचा सकता है। इस बात की पुष्टि हाल ही में हुई एक शोध ने की है। इंपीरियल कॉलेज ऑफ लंदन की एक शोध के अनुसार आयरन की शोधकर्ता क्लेर शॉव्लिन के अनुसार, हम पहले से ही जानते थे कि आयरन की बहुत अधिक मात्रा कोशिकाओं के लिए हानिकारक होती है। इस अध्ययन में हमने आयरन के उन स्तरों की जांच की है, जो आयरन की दवा लेने के बाद खून के प्रवाह में पाए जाते हैं। हमने पाया है कि यह स्तर कोशिका को क्षति पहुंचाने में अग्रणी होते हैं।
एक उच्च खुराक मानव शरीर में 10 मिनट के भीतर डीएनए को क्षति पहुंचा सकती है।

अब जेनेटिकली मॉडीफाइड ब्‍लड से संभव है कैंसर का उपचार

कैंसर सेल्स
कैंसर जैसी बीमारी का अब आप खुद अपने खून से इलाज कर पाएंगे। वैज्ञानिकों ने एक नई तरकीब निकाली है जिसके जरिए इंसान के श्वेत रक्त कणिकाओं से ही कैंसर का इलाज हो जाएगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि इस प्रयोग में इंसान के श्वेत रक्त कणिकाओं को शरीर से निकालकर इनमें जेनेटिक बदलाव कर, उसे फिर से शरीर में डाला जाएगा। इस प्रयोग से न केवल कैंसर का उपचार संभव होगा बल्कि कैंसर पलटकर भी नहीं आएगा।

वाशिंगटन के फ्रेड हचिंसन कैंसर अनुसंधान केंद्र में इस तरह के प्रयोग के प्रमुख स्टैनली रिडेल कहते हैं कि, यह तरीका ऐसे रोगियों पर आजमाया गया जिनका जीवन तीन से पांच महीने बचा था। उनके लिए सभी आशाएं खत्म हो चुकी थीं। हमने उनमें से कई को बचा लिया है और वे बिल्कुल भले-चंगे हैं।

पिता की इस समस्‍या से बच्‍चे को हो सकता है ब्‍लड शुगर

ये बात तो सभी जानते है कि मां-बाप के लक्षण बच्चों में भी आ जाते है। ठीक इसी तरह मां-बाप से बच्चों को कुछ बीमारियां भी मिलने का खतरा रहता है। एक शोध के अनुसार पिता का तनाव होने वाले बच्चे को मधुमेह का रोग दे सचीन की शंघाई जियो टांग युनिवर्सिटी के सियाओयिंग ली ने कहा कि हम यह जानने में काफी दिलचस्पी रखते हैं कि व्यवहारात्मक बदलाव कैसे ग्लूकोस होमियोस्टेटिस को प्रभावित करते हैं। ली के अनुसार इस शोध में उन्होनें देखा कि पैतृक मनोवैज्ञानिक तनाव से चूहों की संतानों में हाइपरग्लाइसेमिया (उच्च रक्त शर्करा) पाया गया।


वैज्ञानिकों का कहना है कि पुरुष के अनुवांशिक कोड के अलावा भी कई कारक उसकी पीढ़ी में स्थानांतरण होते हैं। हालांकि पिता के तनाव हार्मोन को अवरुद्ध कर इन परिवर्तनों को रोका जा सकता है। इस अध्ययन में शोधार्थियों ने चूहों पर प्रयोग किया है, लेकिन यह निष्कर्ष मनुष्यों पर भी लागू हो सकते हैं।
कता है। तनाव हार्मोन शुक्राणुओं में ऐसा परिवर्तन करते हैं, जिससे संतान में उच्च रक्त शर्करा की वृद्धि होती है।

ग्‍लूकोमा का अंदेशा होने पर आपको बतायेगा ये कांटेक्‍ट लेंस

contact lens in hindi
कोलंबिया यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों के अनुसार स्मार्ट कांटेक्ट लेंस से निकलने वाला इलेक्ट्रिकल सिग्नल ग्लूकोमा के तेजी से बढ़ते प्रभाव या खतरे में वृद्धि को बताने में सक्षम है। दुनिया भर में लाखों लोग इस बीमारी के चलते दृष्टिहीनता का शिकार होते हैं। ताजा खोज से इसे नियंत्रित कर पाना संभव हो सकेगा।

एसोसिएट प्रोफेसर गुस्ताव डी मोरेस ने बताया कि नई तकनीक से पीड़ितों की आंखों में ग्लूकोमा की स्थिति का आसानी से पता चल सकेगा। त्वरित इलाज की स्थिति में पीड़ितों को समय पर मेडिकल सहायता मुहैया कराई जा सकेगी। स्मार्ट कांटेक्ट लेंस को चौबीसों घंटे पहना जा सकेगा। 

मां के मोटापा और शुगर से बच्चे में बढ़ाता है ऑटिज्म का खतरा

अमेरिका के जॉन्स हॉपकिन्स ब्लूमबर्ग स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में हुए इस अध्ययन के प्रमुख लेखक जियोबिन वैंग के मुताबिक, 'हम जानते हैं कि मोटापा और शुगर जैसी समस्याएं गर्भवति महिलाओं के लिए ठीक नहीं होतीं हैं, लेकिन इस शोध से पता चला है कि डायबिटीज और मोटापे से बच्चे का न्यूरोडेवलपमेंट भी काफी समय तक प्रभावित कर सकता है। वर्ष 1998 से 2014 के बीच शोधकर्ताओं ने 2,734 महिलाओं और उनके बच्चों का अध्ययन किया। शोध के दौरान इनमें से तकरीबन 100 बच्चों में ऑटिज्म स्पेक्ट्रम की समस्या पाई गई। 


शोध के अन्य लेखक एम डेनियेली फॉलिन के मुताबिक, शोध से पता चलता है कि ऑटिज्म का खतरा भ्रूण बनने के साथ ही आरम्भ हो जाता है।  सामान्य वजन वाली महिलाओं के बच्चों के बनिस्पद मोटापे और शुगर से ग्रस्थ महिलाओं को दोनों ही समस्याएं होती हैं, और उनके बच्चों में ऑटिज्म का खतरा चार गुना अधिक होता है। गौरतलब है कि यह शोध 'पीडियाट्रिक्स' नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ।Mother's Obesity in Hindi

Monday 15 February 2016

पठानकोट हमले से जुड़े जासूसी रैकेट का खुलासा हुआ, तीन को हिरासत लिया

 पठानकोट में भारतीय वायु सेना के एयरबेस पर पिछले माह हुए आतंकी हमले की गुत्थी सुलझती नजर आ रही है। पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाले तीन लोगों को पठानकोट पुलिस ने पकड़ा है। इनसे महत्वपूर्ण सुराग मिलने की उम्मीद है। पठानकोट के सैन्य प्रतिष्ठानों के इर्द-गिर्द जासूसी रैकेट का खुलासा हाल में तब हुआ जबकि पुलिस ने मेमून केन्टोनमेंट में मजदूर के रूप में काम करने वाले इरशाद अहमद को सैन्य ठिकानों के फोटो अपने मोबाइल फोन पर खींचते हुए पकड़ा । इरशाद से पूछताछ के बाद पंजाब के मोगा निवासी संदीप मलही को हिरासत में लिया गया।

'ग़रीब का बेटा है, इसलिए फंसाया गया है'

जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ़्तारी जहां इस वक़्त एक राष्ट्रीय मुद्दा बन गई है, वहीं उनके परिवार का कहना है कि 'ग़रीब का बेटा होने की वजह से उन्हें फंसाया जा रहा है'.
कन्हैया का संबंध बिहार के बेगुसराय ज़िले से है और उनका परिवार ज़िले के बरौनी प्रखंड के बीहट में रहता है.
उनके पिता जयशंकर सिंह लकवा ग्रस्त हैं जबकि उनकी मां आंगनबाड़ी सेविका हैं.